कभी उत्तर प्रदेश पुलिस मुर्दे से गवाही दिलवा देती है कभी मुर्दे से विवेचना करवा लेती है यह चल क्या रहा है उत्तर प्रदेश मे
अन्धे पीसे कुत्ते खाए वाले हालात हो गए उत्तर प्रदेश के
कानपुर : थाना नौबस्ता के उप निरीक्षक सुभाष चंद्र द्वारा मुर्दे की गवाही का प्रकरण अभी जांच पूरी नहीं कर सका फिर उत्तर प्रदेश पुलिस का एक और कारनामा सामने आ गया बिकरु कांड में मारे गए सीओ देवेंद्र सिंह को एक हत्या के मामले में विवेचक बना डाला लगभग एक हफ्ते तक CO देवेंद्र सिंह का भूत विवेचना करता रहा तब जाकर उत्तर प्रदेश पुलिस की नींद टूटी और आईजी कानपुर नें इसे एक तकनीकी खामी करार देकर गलती से पल्ला झाड़ लिया हालांकि समझ में नहीं आता कि विवेचक का नाम उत्तर प्रदेश पुलिस के पास ऐसी कौन सी मशीन है, जो तय करती है, अब आईजी साहब जाने क्यों उनकी कौन सी मशीन में कौन सा बटन गलती से दब गया लेकिन यह तय है, ऐसी गलतियां जनता का पुलिस पर से विश्वास पूरी तरह उठा देंगे धीरे धीरे अराजकता की ओर पहुंच रहा उत्तर प्रदेश भगवान ना करे कहीं अराजकता की आग में जल उठे वास्तविक अपराधियों को सजा ना मिल पाने के कारण ऐसे हालात उत्पन्न होते हैं, सरकार ध्यान दें मुट्ठी से फिसलती हुई रेत को कैसे मुट्ठी में रखना है, यह सोचना सरकार का काम है, एक बार मुट्ठी से रेत फिसल जाने के बाद हाथ में क्या बचता सबको मालूम है।
एडीटर इन चीफ : सुशील निगम