एक बार फिर आरोपों के घेरे में पुलिसिया सहयोगी S-10 सदस्य, बीच सड़क युवक को मुर्गा बनाकर पीटने का वीडियो हुआ वायरल, चौतरफ़ा हो रही थू थू
कानपुर महानगर। थाना पुलिस का सहयोग करने के लिये प्रत्येक थानों में बनाये गये S-10 के सदस्यों की गुंडई थमने का नाम नहीं ले रही है। जिससे जहाँ इनके प्रति जनता का विश्वास उठता नजर आ रहा है, वहीं आमजन में इनको लेकर आक्रोश भी व्याप्त है। कानपुर में लॉक डाउन के चलते घर से निकले कुछ लोगों को S-10 के सदस्य द्वारा बीच सड़क मुर्गा बनाकर, मारपीट करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे ऐसे सदस्यों की चौतरफ़ा थू-थू हो रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पनकी थाना क्षेत्र स्थिति नारायणा कालेज के पास पनकी गँगा गंज रोड पर लॉक डाउन के दौरान निकले एक युवकों को क्षेत्रीय S-10 सदस्य ने बीच सड़क पर मुर्गा बनाया और लातों व डंडों से मारपीट की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लॉक डाउन में पुलिस का सहयोग करने उतरे इस सदस्य ने उस युवक की मजबूरी भी जानने कोशिश नहीं की और तरह-तरह के आरोप लगाकर अपनी हेकड़ी के चलते बीच सड़क मुर्गा बनने का फरमान सुना दिया। बीच सड़क मुर्गा बनाकर अभद्रता व मारपीट करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोग तरह -तरह से ऐसी हरकतों की निंदा करने लगे। इस घटना को लेकर स्थानीय कुछ संभ्रांत लोगों को ये कहते भी सुना गया, कि इस तरह लॉक डाउन तोड़ने पर अगर क्षेत्रीय थाना पुलिस सजा देती, या फिर ऐसी कोई घटना घटती तब भी एक बार समझ में आता, इस तरह से आम जन लोगों के साथ S-10 सदस्य का तमगा पाये दबंग लोगों का अभद्र व्यवहार समझ से परे है। इस मामले में जब एसएचओ पनकी से बात करने की कोशिश की गई तो उनका सीयूजी नंम्बर किसी अन्य व्यक्ति ने उठाया, फोन उठाने वाले सख्स ने थानाध्यक्ष के बिजी होने की बात कहीं। जिससे खबर लिखे जाने तक उनसे कोई बात नहीं हो पाई। इससे पहले भी विगत दिनों चकेरी थाना क्षेत्र के जाजमऊ इलाके में एक मानसिक विक्षिप्त बुजुर्ग को S-10 सदस्य द्वारा रस्सी से बांधकर, बीच सड़क पर पीटने का वीडियो वायरल हुआ था। लाठी भाँजते हुये की गई बेरहमी से उस बुजुर्ग की पिटाई के बाद घसीटते हुये उसको लोडर में भरकर चौकी ले जाया गया था। वायरल हुये इस वीडियो से जहाँ वो S-10 सदस्य आरोपों के घेरे में आया था, वहीं चकेरी पुलिस की भी काफी किरकिरी हुई थी। मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद आरोपी उस सदस्य ने कहा कि उक्त बुजुर्ग उसके घर में घुसने का प्रयास कर रहा था, इस लिये उसके साथ ऐसा किया गया। इस मामले में क्षेत्राधिकारी छावनी को भी मीडिया के सवालों का जवाब देना पड़ा था। उसके बाद चकेरी पुलिस ने अपने दाग छिपाने के लिये आरोपी उस सदस्य पर शांति भंग की कार्यवाही की थी।
आपको बता दें कि S-10 सदस्यों पर हमेशा ही उंगली उठती रही हैं,लोगों के अनुसार अपनी ही ओछी हरकतों के कारण सदैव आरोपों के घेरे में रहने वाले ऐसे पुलिसिया सहयोगी कम मुखबिर, अपनी घिनौनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं। पुलिस के साथ रहन -सहन का नाजायज फायदा उठाकर ये सदस्य अपनी रँगबाजी झाड़ते हैं। जानकार बताते हैं, कि अधिकतर थानों के एस-10 सदस्यों का बैकग्राउंड आपराधिक है, इसी कारण इनकी हरकतें समाज में भय व्याप्त करती हैं। चौतरफा आ रही इन सदस्यों की शिकायतों के दृष्टिगत उच्च अधिकारियों को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। सोचने वाली बात है कि पुलिसिया सहयोग और आमजन के बीच सामंजस्य स्थापित करने के साथ क्षेत्र में अमन व चैन बरकार रखने की दृष्टि से पुलिस के सहयोगी बनाये गये ये S-10 सदस्य आखिर मर्यादा क्यों क्रॉस करते हैं?
क्यों ढाते हैं निर्दोषों पर अपने जुर्म?
ऐसे सदस्यों से काम लेने वाली पुलिस भी ऐनवक्त पर इनकी मनमानी, बेहूदा हरकतों पर चुप्पी क्यों साध जाती है।
चीफ एडीटर :- सुशील निगम