अंतरराष्ट्रीय
इज़राइल से 10 ‘किलर ड्रोन’ खरीदेगा भारत, पाक में मची खलबली
New Delhi 08 July 2017. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन के इज़राइल दौरे पर हैं। मोदी के इस दौरे को लेकर बीजेपी ने सफल बताया है। बीजेपी ने इस यात्रा को एतिहासिक बताया है। उनकी इस यात्रा से भारत की सैन्य ताकत और मजबूत होती नजर आ रही है। सूत्रों के अनुसार, भारत इज़राइल से 10 हेरोन टीपी ड्रोन खरीदने जा रहा है।
भारत और इज़राइल के बीच हुई इस डील से चीन और पाकिस्तान में उथल-पुथल मच गई है। जानकारों की माने तो यह ड्रोन हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल से लैस है। इसे किलर ड्रोन भी कहा जाता है। इसकी मारक क्षमता को देखते हुए इसे भारत के लिए अहम है। भारत इस ड्रोन की मदद से न केवल पाक अधिकृत इलाकों में आतंकी कैम्पों को बर्बाद करने में कामयाब रहेगा बल्कि वहां छिपे आतंकियों पर भारत से ही निशाना लगा पाने में सक्षम हो जाएगा।
हेरोन टीपी ड्रोन की तुलना अमेरिका के प्रिडेटर और रीपर ड्रोन से की जाती है। यह लगातार 30 घंटे तक उड़ने में सक्षम है। इसके अलावा इसमें लगे कैमरे खुफिया जानकारी इकट्ठा करने में माहिर हैं। हवा से ही आतंकी ठिकानों की पहचान की जा सकती है और उस पर निशाना लगाकर उसे ध्वस्त किया जा सकता है। यह ड्रोन किसी भी मौसम में एक टन वजन उठाकर 45000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है। इसे उड़ाने के लिए किसी पायलट की जरूरत नहीं पड़ती बल्कि एक कंट्रोल रूम में बैठा ऑपरेटर ही इसे कंट्रोल कर सकता है। यह ड्रोन 370 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है।
करीब 400 मिलियन डॉलर के इस रक्षा समझौते को रक्षा मंत्रालय ने साल 2015 में मंजूरी दी थी। इसके बाद फरवरी 2015 में बेंगलुरू में एयरो इंडिया शो में इस ड्रोन को प्रदर्शित किया गया था। इस ड्रोन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पहले टारगेट खोजता है, फिर उस पर निशाना लगाता है। इसके बाद वह हवा से ही निशाना लगाकर मिसाइल से जमीन पर के टारगेट को ध्वस्त कर देता है। फिलहाल भारत के पास जो ड्रोन हैं उनमें यह काबिलियत नहीं है। भारत के पास मौजूदा ड्रोन जब तक टारगेट की पहचान करते हैं और निशाना लगाने की कोशिश करते हैं तब तक टारगेट गायब हो जाता है।