पत्रकार और पत्रकारिता की हत्या का नहीं रुक रहा सिलसिला
SHO रायपुरवा मामले को गंभीरता से लेकर रोक सकते थे अपराध
ऑल इंडियन रिपोर्टर एसोसिएशन (आईरा) के सदस्यों ने डी एम को कार्यवाही को लेकर दिया ज्ञापन
कानपुर ;- डिप्टी पढ़ाओ थाना रायपुरवा दीपावली की रात पत्रकार विजय गुप्ता व उनके बड़े भाई मनोज के बीच किसी बात को लेकर आपस में विवाद हो गया जिसमें पत्रकार को भाई मनोज के द्वारा जान से मारने व गायब करने की धमकी दी गई जिसकी लिखित सूचना व शिकायत SHO राय पुरवा को दी SHO ने
जांच के दौरान विजय गुप्ता की बातों को मनगढ़ंत कहानी कहकर मामले को टरका दिया जिसके चलते पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर शव अचलगंज उन्नाव पानी के गढ्ढे में फेंक दिया।अब सवाल उठता है, कि आम नागरिक की सुरक्षा करने में पूर्णतया असफल पुलिस विभाग से जनता सुरक्षा क्यों और कितनी रख्खे।
कुछ ही दिन पहले कमलेश तिवारी की हत्या कांड में भी धमकी और इनाम पहले से घोषित था फिर भी पुलिस कुछ ना कर सकी विजय गुप्ता पत्रकार हत्याकांड में बाकायदा धमकी देकर मारा गया आखिरकार सरकार के तंत्र में पुलिस का क्या रोल है?क्या पुलिस सिर्फ निर्देशों और निरपराधों को परेशान करने के लिए ही है?
या फिर हिस्सेदारी कर अपराधों को बढ़ावा देने के लिए
रिपोर्टर इन चीफ:-सुशील निगम